राजेश जैन दद्दू
इंदौर. तीर्थ राज सम्मेद शिखर जैन तीर्थंकरों की मोक्षस्थली सर्वोच्च जैन तीर्थ पारसनाथ पर्वतराज पर जंगल सफारी की झारखंड सरकार की घोषणा दुखद, चिंताजनक और सकल जैन समाज के लिए असहनीय. धर्म समाज प्रचारक राजेश जैन दद्दू ने बताया कि 5 जनवरी 2023 को पर्यावरण मंत्रालय द्वारा और वर्ष 2018 में झारखंड सरकार द्वारा पारसनाथ पर्वतराज को जैनों का पावन पवित्र तीर्थ घोषित करते हुए आदेश जारी किए गए थे और आज ऐसे पावन तीर्थ पर मौज मस्ती की योजना जंगल सफारी लागू कर तीर्थराज के धार्मिक वातावरण को दूषित कर अपवित्र करने की सरकार की योजना का भारतवर्षीय जैन समाज पुर जौर विरोध करती है.
राष्ट्रीय जिन शासन एकता संघ भारत, विश्व जैन संगठन दिगंबर जैन सोशल ग्रुप फेडरेशन महावीर ट्रस्ट एवं समाज के वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. जैनेन्द्र जैन, आजाद जैन, अमित कासलीवाल, हंसमुख गांधी, टीके वेद, राकेश विनायका, विपुल बांझल, मयंक जैन एवं श्रीमती पुष्पा कासलीवाल, श्रीमती मुक्ता जैन, सारिका जैन आदि ने विरोध करते हुए कहा की पारसनाथ पर्वतराज पर जंगल सफारी लागू न करें अन्यथा देशव्यापी विरोध किया जाएगा. जिसकी पूर्णतः जिम्मेवारी झारखंड सरकार और केंद्र सरकार की होगी.