इंदौर : कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने इंदौर के विमानतल के सामने नगर निगम के द्वारा लोहे की चद्दर की दीवार बनाए जाने के फैसले का विरोध किया है । यह फैसला क्षेत्र में रहने वाले नागरिको का अपमान है।
शुक्ला ने कहा कि सरकार के द्वारा 8 से 10 जनवरी 2023 तक प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए दुनिया के कई देशों में रहने वाले भारतीय नागरिक इंदौर आ रहे हैं। इन नागरिकों को फील गुड कराने के लिए इंदौर नगर निगम के द्वारा कई काम कराए जा रहे हैं। शहर मे विकास के नाम पर लोगों को लज्जित करने का काम किया जा रहा है।
शुक्ला ने कहा कि इस कडी में अब नगर निगम के द्वारा एयरपोर्ट के सामने लोहे की चददर की दीवार बनाने का फैसला लिया गया है। यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि वहां सामने रहने वाले इन लोगों की तरफ आने वाले अतिथियों की नजर नहीं जाए। निगम के द्वारा लिया गया यह फैसला न केवल गलत है बल्कि वहां रहने वाले लोगों का अपमान है। उन्होंने कहा कि जनता को इस तरह से जलील करने का सिलसिला बंद किया जाना चाहिए।
शुक्ला ने कहा कि विमानतल के भवन के सामने लगी इंदौर के इतिहासिक इमारत राजबाड़ा की प्रतिकृति को हटाने का भी काम किया गया है। यह इंदौर शहर के समस्त नागरिकों की भावना के साथ खिलवाड़ है। राजबाडा केवल एक इमारत नहीं है बल्कि चार के नागरिकों के ह्रदय में बसता है।
शुक्ला ने कहा कि जब अमेरिका के राष्ट्रपति अहमदाबाद की यात्रा पर आ रहे थे। तब वहां पर ऐसी ही व्यवस्था करते हुए लोहे की चद्दर उनसे दीवार बना दी गई थी। उस समय इसके पीछे मकसद यह था कि देश की खराब स्थिति विदेशी राष्ट्राध्यक्ष के सामने नहीं जाए। इस समय प्रवासी भारतीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए कोई अमेरिका का राष्ट्रपति नहीं आ रहा है।
हमारे अपने देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आवास रहे है। ऐसी स्थिति में यहां पर दीवार बनाना उचित नही है। यह 6 वर्षो से देश के सबसे स्वच्छ शहर के नागरिको का अपमान है। इस स्थिति का विरोध करने के लिए विधायक संजय शुक्ला, विधायक विशाल पटेल मौके पर पहुंच रहे हैं। वह क्षेत्र के नागरिकों के साथ मिलकर नगर निगम के इस फैसले का विरोध करेंगे।