इंदौर. घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है फरियादी सफदर नदीम मिर्जा पिता जियाउद्दीन मिर्जा निवासी खजराना इंदौर ने थाना लसूडिया पर रिपोर्ट किया कि मैं स्कीम 78 स्थित मीरा न्यूरो सेंटर हॉस्पिटल में पैथोलॉजी लैब का संचालन करता हूं. दिनांक 23 को अपनी लैब रात्रि में बंद कर घर चला गया था. सुबह आकर देखा तो लैब का ताला टूटा हुआ था तथा दराज में रखे हुए नगद रुपए नहीं थे.
अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे चेक करने पर पता चला कि कोई अज्ञात व्यक्ति दिनांक 23 एवं 24 की मध्य रात्रि मैं हॉस्पिटल में घुसकर लैब का लॉक तोड़कर दराज में रखे नगदी रुपए तथा मेडिकल के दराज में रखे नगदी रुपए चुरा कर ले गया. फरियादी की रिपोर्ट पर थाना लसूडिया पर अपराध क्रमांक 957/2024 धारा 331(4), 305(ए) भारतीय न्याय संहिता का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया.
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नर इंदौर श्री राकेश गुप्ता एवं एडिश्नल पुलिस कमिश्नर श्री अमित कुमार सिंह द्वारा ज़ोन-2 पुलिस उपायुक्त श्री अभिनय विश्वकर्मा, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त श्री अमरेंद्र सिंह तथा सहायक पुलिस आयुक्त विजयनगर श्री कृष्ण लालचंदानी को घटना का खुलासा करने के निर्देश दिये गये थे. इसके पालन में एसीपी विजयनगर के व्दारा एक विशेष टीम थाना प्रभारी लसुडिया के नेतृत्व में गठित की गई थी.
टीम द्वारा घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे तथा मुखबिर सूचना के आधार पर संदेही की तलाश करना शुरू किया गया. संदेही द्वारा चोरी करते समय मुंह पर मास्क तथा अपने संपूर्ण शरीर को पूरी तरह ढका हुआ था किसी प्रकार से कोई पहचान नजर नहीं आ रही थी, बावजूद इसके गठित टीम द्वारा बड़ी लगन व मेहनत से कार्य करते हुए सैकडों सीसीटीवी कैमरे तथा तकनीकी साक्ष्य की मदद से पीछा करते-करते संदेही के घर के आसपास पहुंच गए.
पुलिस को जानकारी प्राप्त हुई की संदेही लक्ष्मी नारायण उर्फ लच्छू चौहान पिछले दो-तीन दिन से काफी रुपए खर्च कर रहा है एवं संदेही के पास घटना में प्रयुक्त उक्त प्रकार की स्कूटर भी है. उपरोक्त संपूर्ण तथ्यों के आधार पर संदेही को अभिरक्षा मे लेकर पूछताछ करने पर आरोपी लक्ष्मी नारायण ने बताया की वह डॉक्टर व्यास के क्लीनिक में इलाज कराने गया था, तभी उसने देखा कि उपचार के दौरान जांच के लिये पैथोलॉजी में नगद लेन-देन किया जाता है और क्लीनिक पर काफी संख्या में मरीज आते हैं. क्लीनिक की रैकी करने पर क्लीनिक के पास में ही निर्माणाधीन मकान भी था जिससे क्लीनिक में जाया जा सकता था, रैकी के दो दिन बाद आरोपी निर्माणाधीन मकान से क्लीनिक की पहली मंजिल की खिडकी से क्लीनिक के अंदर घुसा फिर उसने क्लीनिक की लैब और मेडिकल स्टोर में रखे पैसे को चुरा ले गया.
पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर अपराध में प्रयुक्त स्कूटर MP09UN3813 एवं चोरी गए नगद 3 लाख 75 हजार रुपए जो की आरोपी ने अपने घर मे कुलर मे छिपा दिया थे. आरोपी की निशादेही पर आरोपी के घर से कुलर में से जप्त किए गए. शेष 60 हजार रुपये अपने किसी परिचित को उधारी चुका दी थी जो परिचित कमल चौहान से जप्त किये गये. इस प्रकार आरोपी से कुल 4 लाख 35 हजार रूपये नगद जप्त किये गये. अन्य अपराधों में आरोपी से पूछताछ की जा रही है.
आरोपी के विरूद्ध विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही हैं. संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी लसूडिया निरीक्षक तारेश कुमार सोनी व टीम के उप निरीक्षक अरुण मलिक, उप निरीक्षक संजय बिश्नोई, उपनिरीक्षक नरेंद्र जयसवार, प्रधान आरक्षक प्रणीत भदोरिया, प्रधान आरक्षक अजय प्रजापति, प्रधान आरक्षक नरेश चौहान, आरक्षक आनंद जाट, आरक्षक आकाश त्रिवेदी एवं आरक्षक रामकुमार की सराहनीय भूमिका रही.
● आरोपी ने इंदौर शहर के प्रसिध्द न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर अमित व्यास के हॉस्पिटल मीरा न्यूरो सेंटर मैं स्थित पैथोलॉजी लैब से की थी लाखों रुपए की चोरी.
● आरोपी ने इलाज कराने के बहाने हॉस्पिटल की रेकी कर घटना को दिया था अंजाम.
● घटना स्थल से करीब 35 किलोमीटर का रूट तय कर सैकड़ो कैमरों की मदद से आरोपी के घर तक पहुंची पुलिस.
● महंगे - महंगे शौक एवं लग्जरी लाइफ जीने के लिए, आरोपी करता था वारदात और इन्ही कारणों से कर्ज से था परेशान.
● आरोपी से चोरी किए गए 04 लाख 35 हजार रुपए एवं घटना में प्रयुक्त स्कूटर बरामद.