इंदौर. ऊर्दू की महफिल में हिंदी का सम्मान ये टैग लाइन हैं, शनिवार को बास्केटबॉल कॉम्प्लेक्स में होने वाले जश्न ए सत्तन की. देश की सांझा विरासत को नई पीढ़ी तक पहुंचने और हिंदी साहित्य के ख्यातनाम कवि सत्यनारायण सत्तन के सम्मान में आज अदबी संस्था ‘काफिला मुहब्बत का’ ने मुशायरा एवं कवि सम्मेलन रखा है.
जिसमें देश के नामवर शायर और कवि शिरकत कर रहे हैं. फेहरिस्त में महशर अफरीदी, अबरार काशिफ, संपत सरल, शकील आजमी, शकील जमाली, नईम फराज, नदीम फर्रुख, मुश्ताक अहमद मुश्ताक, एहमद निसार, स्वयं श्रीवास्तव, हिमांशी बावरा, मोनिका दुबे, तजदीद सकी, इमरान यूसुफजई, जीशान इब्राहिम, रईस निजामी शामिल हैं.
मुशायरे की शमा रोशन करने से पहले राष्ट्रकवि सत्यनारायण सत्तन को शॉल श्रीफल, सम्मान निधि देकर सम्मानित किया जाएगा. ‘काफिला मुहब्बत का’ के अम्मार अंसारी ने बताया मुशायरे का मकसद हिंदी-ऊर्दू को करीब लाकर मुल्क की सांझा संस्कृति को फैलाना हैं. मुशायरे के संयोजक मजहर हसन बंदूकवाला और प्रवीण खारीवाल ने बताया कि जश्न में पूर्व विधायक गोपीकृष्ण नेमा और राष्ट्र कवि सत्यनारायण सत्तन के कविता संग्रह का विमोचन भी होगा.