इन्दौर :
उक्त जानकारी देते हुए अखिल भारतीय युवा कोली/कोरी समाज शाखा मध्यप्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश महावर कोली ने यहां जारी अपने एक प्रेस बयान में बताया कि मध्यप्रदेश की सीमा सेंधवा जिला बड़वानी में 150 साल पुराना बड़ी बीजासन माता का भव्य मंदिर है. इस मंदिर की देखरेख एवं पूजा-अर्चना की जिम्मेदारी होलकर राजवंश के तत्कालीन राजा एवं राजपुरोहितों ने ताम्रपत्र लिखकर कोली समाज के परिवारों को सौंपी थी. तभी से कोली परिवार के लोग अपनी आराध्य एवं कुलदेवी बड़ी बीजासन माता के मंदिर पर पूजा-अर्चना एवं देखरेख करते हैं।
इसी मंदिर में आने वाली दान-दक्षिणा से कोली परिवार का पालन-पोषण होता रहा है। लेकिन दो वर्ष पूर्व से सेंधवा के दबंगों द्वारा मंदिर पर बलात कब्जा कर कोली परिवार के पुजारियों को मंदिर से बलपूर्वक बाहर कर दिया गया, इसके विरोध में कोली परिवार के लोगों ने माननीय न्यायालय की शरण ली. न्यायालय ने भी पुराने दस्तावेज एवं ताम्रपत्र के आधार पर मंदिर की जिम्मेदारी कोली परिवार को देते हुए स्थगन आदेश जारी किया, बावजूद सेंधवा जिला बडवानी के दबंगों द्वारा पुलिस थाने में कोली परिवार के सदस्यों के खिलाफ झूठी व मनगढंत शिकायते कर न केवल परेशान कर रहे हैं, बल्कि उन्हें पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव डाल कर प्रताड़ित भी किया जा रहा है।
इसी संदर्भ में कोली समाज के लोगों ने पिछले दिनों बड़वानी कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर न्याय की गुहार लगाई अब कोली समाज के लोगों द्वारा इन्दौर कमिश्नर कार्यालय पर प्रदर्शन कर सम्भागायुक्त को राष्ट्पति, प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर न्यायचित कार्यवाही की मांग करेगें।
मध्यप्रदेश युवा कोली/कोरी समाज के कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश महावर कोली ने बताया कि सोमवार को सम्भागायुक्त कार्यालय पर ज्ञापन देने के लिए जिला बड़वानी के सेंधवा, ठीकरी कुंआ गांव, धामनोद, दवाना, खरगोन, बड़वाह इत्यादि क्षेत्र के सेकडों कोली समाज के बंधु इन्दौर आकर सम्भागायुक्त को ज्ञापन देगें।
आपने इन्दौर में संचालित कोली/कोरी समाज के सभी सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों एवं समाजबंधुओं से अपील की है कि कोली/कोरी समाज की आराध्य एवं कुलदेवी के मंदिर की रक्षा एवं कोली समाज के पुजारियों को न्याय दिलाने हेतु सोमवार दिनांक 26 फरवरी को दोपहर 2.00 बजे कमिश्नर कार्यालय, एमजी रोड पर एकत्रित होकर अपनी सामाजिक एकता का परिचय देकर समाज के अस्तित्व की लड़ाई में अपनी सहभागिता अवश्य ही सुनिश्चित करें।