कोलंबो (एजेंसी)। श्रीलंका में आंदोलनकारियों ने शनिवार को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आधिकारिक आवास पर कब्जा कर लिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने जब यहां छानबीन की तो लगभग 39 लाख रूपए (1.78 करोड़ श्रीलंकाई रूपया) कैश मिले। प्रदर्शनकारियों ने पूरा पैसा सेना के हवाले कर दिया है। श्रीलंका में पिछले 3 महीने से जारी आर्थिक और राजनीतिक संकट के बीच शनिवार को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के देश छोड़कर भागने की खबर सामने आई। एक तस्वीर भी वायरल हुई जिसमें उनका सामान नेवी के जहाज पर उनके कर्मचारी ले जाते दिखे।
इसके बाद रविवार को एक और वीडियो सामने आया जिसमें राष्ट्रपति भवन में खुफिया रास्ता होने का दावा किया गया। प्रदर्शन कर रहे लोगों का दावा है कि राष्ट्रपति अपनी जान बचाकर इसी खुफिया रास्ते से देश छोड़कर भागे हैं। राष्ट्रपति भवन के पहली मंजिल पर ये बंकर बनाया गया है। बंकर से बाहर जाने के पहले यहां लकड़ी की अलमारी फिट की गई है। इसकी बनावट ऐसी है कि किसी को एक बार में इसे जान पाना मुमकिन नहीं है।
गोटबाया ने रविवार को श्रीलंका के अफसरों को एक निर्देश जारी किया है। राजपक्षे ने अधिकारियों को गैस की अनलोडिंग और उसकी सप्लाई का काम तेजी से करने का निर्देश दिया है क्योंकि रविवार को केरावलपिटिया में पहला जहाज गैस लेकर पहुंचेगा। श्रीलंकाई मीडिया के अनुसार, 3,740 मीट्रिक टन गैस लेकर आने वाला दूसरा जहाज 11 जुलाई को पहुंचेगा और तीसरा 3,200 मीट्रिक टन गैस 15 जुलाई को आएगा।
इधर, श्रीलंका में नई सरकार के गठन को लेकर विपक्षी दलों ने तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक मुख्य विपक्षी दल समागी जन बालवेगया और उसके सहयोगी दल सर्वदलीय सरकार के गठन के लिए जल्द स्पेशल पार्टी मीटिंग बुला सकते हैं। अगर विपक्षी दलों का प्रयास कामयाब रहा तो यह दो महीने में तीसरी सरकार होगी।
इन्वेस्टमेंट प्रमोशन मिनिस्टर धम्मिका परेरा ने आज मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। धम्मिका बीते दो महीने में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले चौथे मंत्री हैं। वहीं, दूसरी तरफ सेना प्रमुख शैवेंद्र सिल्वा ने लोगों से सिक्योरिटी फोर्सेज और पुलिस का सहयोग करने की अपील की है, ताकि देश में शांति स्थापित की जा सके।