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भारत और इजरायल हमारे दुश्मन हैं, लेकिन वहां की मस्जिदों में नमाजियों का कत्लेआम नहीं होता : पाकिस्तान के रक्षा मंत्री

देश-विदेश Published by: S.P.MITTAL BLOGGER Updated Sun, 05 Feb 2023 12:45 AM
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टीएलपी के कट्टरपंथियों ने कराची में अहमदिया समुदाय की मस्जिद में तोड़ फोड़ की

भारत में रहने वाले मुसलमान कितने सुरक्षित हैं, इस बात का अंदाजा पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान से लगाया जा सकता है। 30 जनवरी को पेशावर पुलिस हेड क्वार्टर परिसर की मस्जिद में हुए आतंकी हमले के संदर्भ में संसद में बोलते हुए रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि भारत और इजरायल हमारे दुश्मन हैं, लेकिन वहां की मस्जिदों में नमाजियों का कत्लेआम नहीं होता है।

भारत में मुसलमान पाकिस्तान से भी ज्यादा सुरक्षित हैं। रक्षा मंत्री ने इस बात पर अफसोस जताया कि 30 जनवरी को जब पेशावर की मस्जिद में नमाज पढ़ी जा रही थी, तब आत्मघाती बम विस्फोट हुआ, जिसमें साठ नमाजी मारे गए तथा 160 जख्मी हुए। पाकिस्तान के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक बात नहीं हो सकती। भारत में जो लोग कई बार मुसलमानों को बयानबाजी रखते हैं, उन्हें पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के बयान को अच्छी तरह समझना चाहिए। पेशावर की मस्जिद में बम विस्फोट की जिम्मेदारी कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-तालिबान ने ली है।

पाकिस्तान में सक्रिय यह संगठन पाकिस्तान में भी अफगानिस्तान की तरह तालिबान का शासन चाहता ाहै। यदि पाकिस्तान में अफगानिस्तान जैसा शासन होता है तो सबसे ज्यादा परेशानी भारत को होगी, क्योंकि पाकिस्तान का असर भारत पर पड़ेगा। आज पाकिस्तान में बहुत से मुसलमान अफगानिस्तान के शासन को पसंद कर रहे हैं। अफगानिस्तान में जब तालिबान का शासन कायम हुआ था, तब भारत के कई मुस्लिम नेताओं ने समर्थन किया था। यानी भारत में भी तालिबान को पसंद करने वाले लोग हैं। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान की मस्जिदों में बम विस्फोट कर रहे हैं और जब भारत में सक्रिय होंगे तो कहां विस्फोट करेंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

कराची की मस्जिद में भी तोडफ़ोड़

पाकिस्तान एक मुस्लिम देश है और इन दिनों भूखमरी के दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान में सक्रिय कट्टरपंथी संगठनों को अपने देश की भूखमरी से कोई सरोकार नहीं है। ऐसे कट्टरपंथियों का उद्देश्य सिर्फ अपनी विचारधारा को थोपना है। इसी उद्देश्य से तीन फरवरी को कराची स्थित अहमिदिया समुदाय की मस्जिद में जमकर तोडफ़ोड़ की गई। इस तोडफ़ोड़ की जिम्मेदारी सुन्नी सर्मािक कट्टरपंथी संगहन तहरीक-ए-लब्बैक ने ली है। पिछले तीन माह में अहमदिया मस्जिदों पर यह पांचवां हमला है। मस्जिदों यानी धार्मिक स्थलों पर हो रहे हमलों और बम विस्फोटों से पाकिस्तान की स्थिति का अंदाजा लगा लेना चाहिए। पाक रक्षा मंत्री ने सच ही कहा है कि भारत में रहने वाले मुसलमान सुरक्षित हें। यह सुरक्षा तभी तक है, जब मुसलमान, हिन्दुओं के साथ अमन चैन से रह रहे हैं। जिस दिन हिन्दुओं के साथ नहीं रहेंगे, उस दिन पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे हालात होंगे। दुनिया के किसी भी मुस्लिम मुल्क से ज्यादा मुसलमान भारत में है। 

S.P.MITTAL BLOGGER (04-02-2023)

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