एप डाउनलोड करें

भारत में कारोना की तीसरी लहर खतरनाक हो सकती है...! जानिए बच्चों को कोरोना के कैसे होंगे लक्षण

दिल्ली Published by: paliwalwani.com Updated Thu, 09 Sep 2021 02:36 AM
विज्ञापन
Follow Us
विज्ञापन

वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

दिल्ली. कोरोना काल पूरी दुनिया से अभी तक विदाई के मूड में नहीं दिख रहा है. भारत में कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर भी दस्तक देने के लिए मुहाने पर खड़ी है. लेकिन जनता एक बार फिर लापरवाही दिखाकर खुद की जान जोखिम में डाल रही हैं, इस समय सावधानियां रखने का समय है, ना कि लापरवाही दिखाकर तीसरी लहर को बुलावा देना. इस बीच जानकारों का कहना है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है.

इसमें 18 साल से कम उम्र के बच्चों के अधिक प्रभावित होने की आशंका जताई गई है. हालंकि पहली और दूसरी लहर में बच्चों को अधिक नुकसान नहीं हुआ है. तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए राज्य सरकारों और केंद्र सरकार ने भी तैयारी शुरू कर दी है. अस्पतालों में बच्चों के लिए वार्ड, बेड जैसे तमाम सामानों की व्यवस्था की जा रही है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिरी बच्चों को कैसे बचाया जाए. कोरोना वायरस के जो नए लक्षण सामने आए हैं, उनमें बच्चों पर भी असर पड़ रहा है। कोरोना वायरस महामारी के दौरान किसी को तेज बुखार आना भी चिंता का विषय है। कोरोना वायरस महामारी के पहले बुखार, गले में खरास और बहती नाक जैसे लक्षण का कोई खास मतलब नहीं था। यानी इसे एक प्रकार का वायरल समझ लिया जाता था. हाल के सालों में ये सब कोरोना वायरस के मूल लक्षण पाए गए हैं.

लक्षण : बुखार आना, सूखी खांसी, थकान ये सभी सामान्य लक्षण माने गए हैं। वहीं दर्द, गले में खरास, दस्त, आंख आना, सिर दर्द, स्वाद और सूंघने की शक्ति खत्म होना कॉमन लक्षण हैं. वहीं सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द होना, बोलने की शक्ति खत्म होना ये कोरोना के गंभीर लक्षणों में गिने जाते हैं। हाल ही में जो कोरोना संक्रमित मरीजों में लक्षण पाए गए हैं उनमें कम सुनाई देना, मतली, उल्टी, त्वचा पर दाने निकलना जैसे लक्षण दिखाई दिए हैं.

जानिए बच्चों को कोरोना के कैसे होंगे लक्षण : जानकारों का मानना है कि बच्चों में कोरोना वायरस के लक्षण बेहद कमजोर नजर आते हैं। यानी ये बहुत हल्के लक्षण हो सकते हैं। वहीं कई मामलों में मध्यम से गंभीर लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं.

बच्चों के संक्रमित होने पर करें यह उपाय : सबसे बच्चों की हमेशा देखभाल करनी है। उनके सभी लक्षणों पर नजर रखने की जरूरत है।  दो से छह हफ्ते बाद संक्रमित होने के बाद बच्चों में मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम (डप्ै) के लक्षण नजर आ सकते हैं। ऐसे लक्षण नजर आने पर तुरंत इलाज शुरू कर देना चाहिए.

हल्के लक्षण पर करें यह उपाय :  अगर बच्चों में हल्के लक्षण दिख रहे हैं और उम्र 10 साल से अधिक है तो बेहतर यही होगा कि उसे होम आइसोलेशन कर दें। कोरोना नियमों का पूरी तरह से पालन करें और बच्चे के खान-पान पर विशेष रूप से ध्यान दें।

घर में बच्चों को खाने पर क्या दें : जिन बच्चों को आपने होम आइसोलेशन पर रखा है, उन बच्चों को हेल्दी डाइट दें। उन्हें प्रोटीन युक्त भोजन ज्यादा कराएं। इसके अलाव बच्चों को तरल पदाथों की कमी नहीं आने दें। किसी भी तरह की शिकायत होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

बच्चों में गंभीर लक्षण पर इन बातों का रखें ध्यान : अगर बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। भूख की कमी है। नाक की समस्या है। ऑक्सीजन की कमी है। ऐसे में तत्काल बच्चों को अस्पताल ले जाना चाहिए.

इन बातों का रखें ध्यान :  बच्चों के भीतर तनाव या चिंता नहीं पैदा होने दें। उनको इस महामारी के बारे में विस्तार से बताएं। उनको समय दें। उन्हें टीवी कम ही देखने दें। घर के बाहर जाने पर रोक लगा दें। किसी भी तरह के लक्षण या परेशानी महसूस होने पर फौरन डॉक्टर के पास जाएं.

बता दे :  डॉ त्रिहान बोले- नहीं सुधरे लोग तो दूसरी लहर ही तीसरी लहर बनकर बरपाएगी कहर. डॉक्टर नरेश त्रिहान ने पूर्व में बताया था कि कि हमें कोरोना को लेकर अभी भी बहुत सावधानियां बरतने की जरूरत हैं. दिल्ली की लक्ष्मी नगर मॉर्किट का उदाहरण है कि लोग अभी भी नहीं सुधरे और इसके प्रति गंभीर नहीं हैं. डॉ नरेश त्रिहान ने कहा, ’’देश के डॉक्टर्स पिछले डेढ़ साल से कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. कई डॉक्टर्स इस बीच गंभीर बीमार हुए और कई डॉक्टर्स की इस दौरान जान भी चली गई. बावजूद इसके देश के सभी डॉक्टर्स पूरी महनत से मरीजों की देखभाल कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ’’लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं. इसलिए सरकार को अब सख्त कदम उठाने की जरूरत है. अगर लोग ऐसे ही लापरवाही बरते रहे तो दूसरी लहर ही तीसरी लहर बनकर कहर बरपाएगी.’’

बता दे : का थर्ड वेव एलर्ट : WHO और भारत के कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि देश में कोरोना की थर्ड वेव शुरू हो चुकी है. तो क्या हम कोरोना को लेकर जरूरी एहतियात बरत रहे हैं...? क्या है हमारी थर्ड वेव की तैयारी...? यहां हम इसी मुद्दे पर बात कर रहे हैं...! WHO ने कहा है कि भारत में कोरोना की तीसरी लहर शुरुआती स्टेज में है... ग्लोबल ट्रेंड पलट गया है. अब केस तेजी से बढ़ रहे हैं. इसमें सबसे आगे ब्राजील, भारत, इंडोनेशिया और ब्रिटेन हैं. WHO के 6 में से 5 जोन में केस बढ़ रहे हैं. 10 सप्ताह घटने के बाद मौत की संख्या बढ़ी. डेल्टा वेरिएंट अब 111 देशों में मौजूद है. जल्दी ही डेल्टा सबसे प्रमुख वेरिएंट होगा. whoका कहना है कि मॉडिफाइड वायरस ज्यादा संक्रामक है. सतर्क और सुरक्षित रहिए...(फाइल फोटो)

और पढ़ें...
विज्ञापन
Next