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कोसली-झज्जर रोडवेज बस वाया धारौली पिछले एक वर्ष से बंद-पुन: शुरू करने की मांग

दिल्ली Published by: paliwal wani Updated Tue, 29 May 2018 01:12 PM
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झज्जर । रोहतक में मरणोपरांत नेत्रदान संकल्प प्रपत्र भरने वाले युद्धवीर सिंह लांबा, अध्यक्ष मां-मातृभूमि सेवा समिति ने जिले में जन्मे 11वी सदी के महान संत बाबा मुक्तेश्वर पुरी महाराज के 888 वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य तथा 35 साल की कोसली-झज्जर रोडवेज बस वाया धारौली पिछले एक वर्ष से बंद हैं के सन्दर्भ में प्रधानमंत्री को लिखा पत्र ।
झज्जर जिलामुख्यालय के अंतिम छौर पर बसे वीरों की देवभूमि कहे जाने वाले गांव धरौली की सामाजिक संस्था मां-मातृभूमि सेवा समिति द्वारा झज्जर जिले में जन्मे 11वी सदी के महान दिव्य संत बाबा मुक्तेश्वर पुरी महाराज के 888वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य और सम्मान में उनकी स्मृति में 5 रूपये की डाक टिकट करने,10 रूपये के स्मारक सिक्के जारी करने, नाम पर विश्वविद्यालय स्थापित करने, एक शोध पीठ स्थापित करने, जीवनी स्कूल पाठयक्रम मंम पढ़ाया जाने व 300 बिस्तरों (बेड) की सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की स्थापना करने व धारौली में 35 साल की कोसली-झज्जर रोडवेज बस वाया धारौली पिछले एक वर्ष से बंद हैं आदि के सन्दर्भ में 22 मई 2018 को प्रधानमंत्री श्री मोदी, राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर, मुख्यमंत्री हरियाणा श्री मनोहर लाल, राज्यपाल हरियाणा प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी, हरियाणा परिवहन मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार तथा हरियाणा शिक्षा मंत्री श्री रामविलास शर्मा सहित को 4 पृष्ठों का पत्र लिखा है ।

महान दिव्य संत बाबा मुक्तेश्वर पुरी जी महाराज

नेत्रहीनों की अंधेरी जिंदगी में उजियारा की किरण बिखेरने के लिए 2009 में पीजीआई, रोहतक में मरणोपरांत नेत्रदान संकल्प प्रपत्र भरने वाले युद्धवीर सिंह लांबा, अध्यक्ष मां-मातृभूमि सेवा समिति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि संत बाबा मुक्तेश्वर पुरी महाराज जी का जन्म 1130 ईसवी में वर्तमान में हरियाणा के जिला झज्जर के तहसील बहादुरगढ़ के गांव डाबोदा मेहंदीपुर के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। बाबा मुक्तेश्वर पुरी महाराज ने 1143 ईसवी में मात्र तेरह साल की उम्र में संत समाज के ‘पुरी’ सम्प्रदाय के तीसरे मठाधीश, बाबा राजपुरी महाराज के चेले बने । बाबा मुक्तेश्वरपुरी जी 1165 ई. में ‘पुरी’ सम्प्रदाय के चौथे मठाधीश बने । कोसली में स्थित इस ‘पुरी’ सम्प्रदाय की स्थापना हालांकि बाबा कृष्णपुरी महाराज ने ‘हींस’ नामक वृक्ष के नीचे ‘धूणा’ लगाकर करीब 900 वर्ष पूर्व स्थापित किया था, किन्तु इस स्थान पर शेखावटी के राजा कोसलदेव को गांव-खेड़ा आबाद करने का आशीर्वाद देने के कारण श्रद्धालु ही बाबा मुक्तेश्वर पुरी जी महाराज को अपना एकमात्र इष्टदेव एवं कुल देवता मानते है।

कोसली - झज्जर रोडवेज बस वाया धारौली पिछले एक वर्ष से बंद

प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर युद्धवीर सिंह लांबा, अध्यक्ष मां-मातृभूमि सेवा समिति ने गुहार लगाई है कि धारौली में 35 साल की सुबह 5.20 बजे की नियमित कोसली - झज्जर रोडवेज बस वाया धारौली पिछले एक वर्ष से बंद हैं जिसकी वजह से यात्रियों को भारी परेशानी दिक्कतका सामना करना पड़ रहा है। युद्धवीर सिंह लांबा, अध्यक्ष मां-मातृभूमि सेवा समिति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे आग्रह किया है कि कोसली- झज्जर रोडवेज बस सेवा वाया धारौली पुनः शुरू की जाये ताकि कोसली-झज्जर तक रुट पर पड़ने वाले गांवों कोसली, छव्वा, धारौली,जटवाड़ा, गिरधरपुर, बाबेपुर, सुबाना, ढाकला, कासनी, सुरहेती, फतेहपुरी, हसनपुर, रईया,डाबला, खाजपुर के ग्रामीणों को लाभ होगा।

पालीवाल वाणी ब्यूरो -✍️
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