रीवा जिले के नईगढ़ी थाना अंतर्गत करही गांव में 6 दिन पहले हुई 75 वर्षीय वृद्धा की अंधी हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। वारदात की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने बताया कि वृद्धा की हत्या महज 20 रुपए के लिए कर दी गई थी। क्योंकि उसने घटना वाली रात हत्यारोपी को 20 रुपए के गुटखा की उधारी देने से मना कर दी थी। ऐसे में आरोपी आक्रोशित होकर महिला के सिर में डंडा मार कर लहूलुहान कर दिया। फिर लगातार प्रहार से उसके शरीर से प्राण निकल गए थे।
इसके बाद आरोपी गांव छोड़कर भाग गया था। लेकिन अलसुबह गांव छोड़ते समय कई लोगों ने उसको देखा था। साथ ही वारदात के दिन से फरार था। जिसको मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा किया गया है। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त डंडा तथा रक्त रंजित कपड़े जब्त किए गए हैं। आरोपी को रविवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
पुलिस की मानें तो छोटी कुशवाहा पति केमला प्रसाद (75) निवासी करही की 1-2 अगस्त की दरमियानी रात हत्या कर दी गई थी। सुबह घटना की जानकारी होने पर पुत्र इंद्रकुमार द्वारा एफआईआर दर्ज कराई गई थी। फिर अंधी हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए एफएसएल टीम और डॉग स्क्वाड को मौके पर बुलाया गया था। तब पुलिस को परिजनों ने बताया था कि वृद्धा गुटखा, सिगरेट और बिस्किट आदि की दुकान चलाती थी। जिसके चलते रात में गुटखा और सिगरेट के शौकीन लोग उसके पास पहुंचते थे। वह अंकेले ही अपने खेत वाले मकान में रहती थी। जिससे ग्राहकों पर हत्या का संदेह था।
पुलिस ने आरोपी वीरू उर्फ रंजीत पिता छोटेलाल रावत (20) घटना के दिन अल सुबह 4 बजे बाहर जाते हुए देखा संदेह के आधार पर हिरासत में लिया। फिर पूछताछ में उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। आरोपी ने बताया कि घटना वाली रात वह वृद्धा के पास गुटखा लेने गया था। वृद्धा ने पुरानी उधारी मांगते हुए गुटखा देने से इंकार कर दिया। इसी बात पर गुस्सा आ गए। तभी सामने दिखे डंडा से पीट पीटकर हत्या कर दी।