नई दिल्ली. ग्रेटर नोएडा के दादरी स्थित मशहूर शिव नादर यूनिवर्सिट में एक दोस्त ने अपने ही साथ में पढ़ने वाली छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी. थर्ड ईयर में पढ़ने वाला अमरोहा का अनुज और उसी के क्लास की कानपुर की रहने वाली थी छात्रा स्नेहा में काफी समय से दोस्ती थी. दोनों एक साथ ही यूनिवर्सिटी में जाते थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से दोनों के बीच विवाद चल रहा था.
दोनों के बीच बातचीत बंद हो चुकी थी और इसी से अनुज नाराज था. गुरुवार को अनुज यूनिवर्सिटी के डाइनिंग हॉल पहुंचा. वहां उसने अपनी दोस्त से कुछ समय तक बात की. दोनों गले भी मिले. इसके बाद अनुज ने पिस्टल से लड़की को गोली मार दी. आनन फानन में छात्रा को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया.
लेकिन इस कहानी में अभी क्लाइमेक्स आना था. छात्रा को गोली मारने के बाद अनुज अपने हॉस्टल के रूम में पहुंचा और खुद को अंदर से बंद कर लिया. जबतक कोई कुछ समझ पाता अनुज ने रूम में ही खुद को गोली मार ली. उसकी मौके पर ही मौत हो गई. फिलहाल पुलिस दोनों के परिवारवालों से पूछताछ कर रही है. साथ ही पुलिस दोस्तों से भी पूछताछ कर मामले की छानबीन में जुट गई है.
आरोपी अनुज के लैपटॉप से एक वीडियो मिला है, जो उसने वारदात को अंजाम देने से पहले रिकॉर्ड किया था. वीडियो में स्नेहा के साथ अपने टूटे हुए रिश्ते के बारे में बताता हुआ नजर आ रहा है. वीडियो में अनुज स्नेहा को अपनी जिंदगी में आई उम्मीद की तरह बता रहा है. उसने कहा कि ब्रेकअप के बाद वह पूरी तरह से टूट गया है. स्नेहा ने उसे बताया कि वह बहुत तनाव में है इस वजह से रिश्ते में दूरी बनाना चाहती है, लेकिन वीडियो में अनुज बताता है कि वह उससे ब्रेकअप के बाद स्नेहा ने किसी और से दोस्ती कर ली थी.
अनुज वीडियो में अपनी बीमारी के साथ ही अपनी जिंदगी की कुछ घटनाओं का भी जिक्र करता है. वह बताता है कि उसकी बहन को पति ने जिंदा जला दिया था और उसके चाचा की हार्ट अटैक की वजह से मौत हो गई. ऐसा इसलिए क्योंकि उनकी पत्नी किसी और के साथ चली गई थी.
अनुज बताता है कि इन घटनाओं के बीच उसकी जिंदगी में स्नेहा आई और उसने मेरे लिए सब कुछ बेहतर कर दिया. उसने मुझे निजी जिंदगी की प्रॉब्लम से निकलने में मदद की. वह कहता है कि दोनों के बीच पिछले साल दिसंबर तक सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन फिर धीरे-धीरे चीजें बिगड़ने लगी. उसे शक था कि वह उसे धोखा दे रही है.
अनुज कहता है कि नए साल पर वह घर गई और वापस आने के बाद ब्रेकअप कर ली. स्नेहा ने कॉलेज प्रशासन से मेरे बारे में शिकायत कर दी. इन सब बातों ने मुझे अंदर से तोड़ कर रख दिया. बाहर से मैं सबके सामने हंसता था लेकिन मैं आगे किसी भी रिश्ते में जाने और किसी पर विश्वास करने से डरने लगा. मैंने हर किसी को शक के नजरिए से देखता था. मैं किसी पर भरोसा नहीं कर पा रहा था. आप मुझे कुछ भी कहिए. राक्षस, कायर, सेल्फिश, कुछ भी कहिए. लेकिन मुझे फर्क नहीं पड़ता. मैं अपने इस काम के लिए माफी मांगता हूं लेकिन स्नेहा सजा के लायक ही थी. मैं अपने माता-पिता से माफी मांगता हूं. मैं अच्छा बेटा नहीं साबित हो पाया.