शिवपुरी. 23 जुलाई 2025 को सुभाषपुरा थाना क्षेत्र में हुए अजय तोमर हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। जांच में सामने आया है कि हत्या का मास्टरमाइंड अजय का सगा भाई भानू तोमर है, जो इंदौर में एएसआई के पद पर तैनात है। भानू ने एक नाबालिग लड़की का इस्तेमाल कर अजय को फंसाया और फिर 1 लाख रुपये में सुपारी देकर उसकी हत्या करवा दी। अंतिम संस्कार के कुछ दिनों बाद ही वह बैंकॉक चला गया।
पुलिस के मुताबिक, अजय और भानू के बीच पुरानी दुश्मनी चल रही थी। 2017 में अजय ने ग्वालियर में अपने पिता पुलिस इंस्पेक्टर हनुमान तोमर की गोली मारकर हत्या कर दी थी और भानू पर भी हमला किया था। इस मामले में अजय को उम्रकैद की सजा हुई थी और वह ग्वालियर की सेंट्रल जेल में बंद था। 14 जुलाई 2025 को वह पैरोल पर बाहर आया था।
भानू ने बदला लेने की नीयत से अपराधी धर्मेंद्र कुशवाह को हत्या की सुपारी दी। धर्मेंद्र पहले भी हत्या के आरोप में जेल जा चुका है। उसने मोनेश तोमर की मदद से एक नाबालिग लड़की को इंदौर से बुलवाया, जिसने अजय से दोस्ती की।
23 जुलाई को अजय शिवपुरी से ग्वालियर जा रहा था, तभी लड़की ने नयागांव तिराहे के पास वॉशरूम जाने का बहाना बनाकर कार रुकवाई। मौके का फायदा उठाते हुए भानू और धर्मेंद्र ने उस पर गोलियां दाग दीं। अजय की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में धर्मेंद्र कुशवाह और मोनेश तोमर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि भानू विदेश भाग चुका है।