बॉलीवुड के इतिहास में 50 और 60 के दशक के सितारे देखेंगे तो आपको राज कपूर, शम्मी कपूर, देवानंद, सुनील दत्त और दिलीप कुमार जैसे कई सितारों के नाम याद आएंगे. इसी दौर में एक सितारा ऐसा था जो कद, काठी, खूबसूरती और स्टाइल में इन सब पर भारी पड़ता था. नाम था प्रेमनाथ मल्होत्रा. 1948 से लेकर 80 के दशक तक प्रेमनाथ ने फिल्म इंड्स्ट्री में जमकर काम किया और एक दौर ऐसा भी देखा जब वो राज कपूर, देवानंद और दिलीप कुमार जैसे स्टार्स पर फीस के मामले में भारी पड़ने लगे थे.
प्रेमनाथ राजकपूर के सगे साले थे. उनकी बहन कृष्णा की शादी राजकपूर से हुई तो दूसरी बहन उमा की शादी प्रेम चोपड़ा से हुई. प्रेमनाथ के करियर की शुरूआत छोटे मोटे रोल से हुई. देखते ही देखते उनकी पॉपुलेरिटी इतनी बढ़ी कि वो अपने जीजा राज कपूर से ज्यादा कमाने लगे. एक दौर ऐसा था जब प्रेमनाथ की फीस सवा लाख थी जबकि राज कपूर की 75 हजार रु. देवानंद की फीस उस वक्त 35 हजार रु और दिलीप कुमार की 50 हजार रु. थी. प्रेमनाथ की खासियत ये थी कि वो हर तरह के रोल के लिए तैयार रहते थे. उन्हें विलेन का रोल मिले, केरेक्टर का रोल मिले या फिर लीड एक्टर का रोल मिले. उन्हें पसंद आता था, वो हर किरदार को प्ले करते थे और उसमें जमते भी थे.
प्रेमनाथ की स्टाइल और लुक्स का फीमेल फैन्स भी जबरदस्त क्रेज था. कई बार तो ऐसी घटनाएं भी हुईं कि फीमेल फैन्स प्रेमनाथ पर झपट पड़ीं जिस वजह से उनके कपड़े तक फट गए. प्रेमनाथ ने फिल्म इंड्स्ट्री में जितना भी काम किया उन्हें सबसे ज्यादा शौहरत विलेन के रोल और कैरेक्टर के रोल से मिली. लेकिन जब फिल्मों ने साथ देना बंद किया तब प्रेमनाथ ने कैलाश पर्वत का रुख कर लिया था. कुछ समय वहां की शांति में बिताने के बाद उन्होंने वापसी की.