भोपाल : मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी को खासा झटका लगा है. उसके हाथ से 7 नगर निगम निकल गए हैं. इनमें से 5 कांग्रेस ने जीत लिए. एक आम आदमी पार्टी के खाते में गया और दूसरे पर बीजेपी की बागी निर्दलीय प्रत्याशी महापौर पद जीत ले गयीं. बीजेपी भी मान रही है कि कहीं तो चूक हो गयी है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने कहा-ये चिंता की बात है. हम विचार जरूर करेंगे.
निकाय चुनाव के दूसरे चरण में भी बीजेपी को झटका लगा है. अभी तक प्रदेश के सभी 16 नगर निगमों पर काबिज रही बीजेपी के हाथ से सीधे 7 नगर निगम निकल गए हैं. कांग्रेस जीरो से बढ़कर 5 पर पहुंच गयी है. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वी डी शर्मा भी मान रहे हैं कि ये बीजेपी की हार है. रीवा, कटनी, मुरैना भी हाथ से निकल गए. छिंदवाड़ा, ग्वालियर, सिंगरौली और जबलपुर पहले ही हार चुके थे.
वी डी शर्मा ने कहा दूसरे चरण में 3 नगर निगम में झटका लगा है. लेकिन चुनाव के नतीजों को देखें तो नगर पालिका और परिषद में भाजपा ने 95 फीसदी जीत दर्ज कराई है. उन्होंने कहा आज तीन नगर निगमों में हार और पहले चरण की गिनती में 4 मेयर के चुनाव हारे हैं. यह चिंता का विषय है. हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा निचले स्तर पर भाजपा को कार्यकर्ताओं की बदौलत ही सफलता मिली और जनता का भी समर्थन मिला है. यह भाजपा की नगर पालिका और परिषद में ऐतिहासिक जीत है.
वी डी शर्मा ने कहा आम आदमी पार्टी और AIMIM मध्य प्रदेश में कोई चुनौती नहीं हैं. राज्य में संगठन का अपना महत्व है. सिंगरौली में आप किसी कारण से कुछ मतों से आई है, इसका मतलब यह नहीं कि राज्य में इन दलों को एंट्री हो गई. भाजपा कार्यकर्ता ऐसी दिक्कतों का हल निकालना जानते हैं. फिर भी भाजपा सतर्क जरूर हैं.