देशभर में बढ़ता प्रदूषण लोगों के लिए बढ़ी मुश्किलें खड़ी कर रहा हैं। ऐसे में सरकार भी सीएनजी, एलएनजी, इलेक्ट्रिक और बायोफ्यूल से चलने वाले वाहनों को प्रमोट कर रही है। दूसरी ओर यातायात पुलिस भी लगातार ऐसे वाहनों पर नजर बनाए हुए है, जो ज्यादा प्रदूषण फैलाते हैं। इसी क्रम में पुणे में एक ऑटोमेटेड सिस्टम डेवलप किया जा रहा है। ये सिस्टिम ऐसे गारीयो पर नजर बनाए रखेगा, जिसका पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट एक्सपायर हो चुका है।
बता दें कि इस सिस्टम को पुणे के पेट्रोल पंप पर लगाए जाने की तैयारी की जा रही है। इसमें फ्यूल स्टेशन पर कैमरा इंस्टॉल किया जाएगा। जो आने जाने वाले वाहनों पर नजर बनाए रखेगा। वहीं कैमरे वाहन की नंबर प्लेट पढ़कर यह पता लगा लेंगे कि आप के गाड़ी का पीयूसी प्रमाणपत्र वैध है या नहीं, अगर वैध नहीं है तो आपके मोबाइल पर तुरंत संदेश आ जाएगा कि आप का पीयूसी प्रमाणपत्र वैध नहीं है। अगर आप फिर भी नहीं बनवाते हैं तो तीन घंटे समय देने के बाद आप का चालान काट दिया जाएगा।
गौरतलब है कि ट्रायल के तौर पर यह व्यवस्था पिछले सोमवार से शुरू हो गई है। विभाग ने वाहनों में वैध पीयूसी नहीं होने पर सोमवार से ई-चालान काटने की कार्रवाई शुरू कर दी है। चलान की जानकारी सीधे लोगों के मोबाइल पर भेजी जा रही है। वैध पीयूसी नहीं होने पर वाहनों के 10-10 हजार रूपये के चालान काटे जाते हैं।