M. Ajnabee, Kishan paliwal
कपासन. कपासन मुख्यालय से रेलमगरा की और आने वाला मुख्य मार्ग सुरजपुरा चौराहे तक जगह-जगह गड्ढों में तब्दील हो जानें से छोटे-बड़े सभी वाहन चालकों को बड़ा परेशान होना पड़ रहा है।
प्राप्त जानकारी अनुसार कपासन-उपखण्ड मुख्यालय से रेलमगरा मार्ग की ओर कपासन से सुरजपुरा तक करोड़ों रुपए की लागत से करीब एक वर्ष पूर्व बनें 12 किमी दूरी का मेघा हाई-वे मार्ग जगह जगह से बुरी तरह क्षतिग्रस्त होकर गढ्डों में तब्दील हो चुका है। मार्ग पर से कंकरिया तक निकल चुकी है। तथा कोलतार (डामर) तो गायब ही हो चुका है।
विभाग की बेपरवाही से मार्ग जगह जगह से नीचे धंस जानें से गढ्डों में तब्दील हो चुका है। इस क्षतिग्रस्त मार्ग (कपासन) से प्रतिदिन कांकरोली, रेलमगरा, आमेट, मातॢकुण्डीयां, फतहनगर, भीलवाड़ा, जाश्मा, चित्तौड़गढ़, शनि महाराज, सांवरिया जी आदि मार्गों पर करीब 250 से अधिक सरकारी व निजी बस सेवाओं के संचालन के साथ-साथ दुपहिया एवं भारी वाहनों के अलावा बड़ी संख्या में राहगीरों का आना-जाना बना रहता है।
इस क्षतिग्रस्त हो चुके मार्ग पर आए दिन छोटे-मोटे हादसे घटते रहते हैं, तथा बरसात के दिनों में गड्ढों में पानी भर जानें से तों इस मार्ग की हालत और खस्ता हो जाती है। जिससे इस मार्ग पर से गुज़रने वाले वाहनधारीयो एव़ं राहगीरों को दिन मे ही तारें दिखने लग जाते हैं।