विवेक जैन
बागपत, उत्तर प्रदेश.
समाजसेवा और धार्मिक कार्यो में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले बागपत के प्रमुख समाजसेवी संजीव कुमार और उनकी धर्मपत्नी मनोरमा श्रोती ने अपने घर पर कन्याओं का पूजन कर उनको भोजन कराया और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर मनोरमा श्रोती ने बताया कि जिस घर में कन्याओं का पूजन होता है उस घर में माता रानी का वास होता है और माता रानी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। कहा कि नवरात्रों में कन्या पूजन के बिना नवरात्रों का व्रत अधूरा माना जाता है और व्रत का सम्पूर्ण फल प्राप्त नही होता।
संजीव कुमार ने बताया कि कन्या पूजन में कन्याओं की उम्र 2 वर्ष से अधिक और 10 वर्ष तक होनी चाहिए। कन्या पूजन में कन्याओं की संख्या कम से कम 9 होनी चाहिए। इसके अलावा एक बालक भी कन्या पूजन में शामिल होना चाहिए। बताया कि जिस प्रकार मां की पूजा के समय भैरव जी उपस्थिति अनिवार्य होती है. उसी प्रकार कन्याओं की पूजा के समय बालक रूप में हनुमान जी की उपस्थित अनिवार्य होती है। कहा कि जिस घर में कन्याओं का सम्मान किया जाता है ऐसे घर में भगवान स्वयं वास करते है।
संजीव कुमार ने इस अवसर पर कहा कि मां-बाप अपनी बेटियों के लिए अच्छी शिक्षा, अच्छे भोजन, अच्छे रहन सहन की व्यवस्था करें और उनको भरपूर प्यार दे और माता रानी का चमत्कार देखे। कहा कि जिस घर में बेटियों का सम्मान होता है उस घर को माता रानी सुख व समृद्धि से भर देती है।