आयोध्या.
राम नवमी के दिन भगवान रामलला के 'सूर्य तिलक' को लेकर भक्तों में जबरदस्त उत्साह है. रामनवमी के दिन दोपहर बारह बजे रामलला का 'सूर्य तिलक' होगा. करीब चार मिनट तक भगवान राम के ललाट पर सूर्य की रोशनी जगमग करेगी. अयोध्या में रामनवमी के लिए अभी से श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी है.
अनुमान है कि 17 अप्रैल 2024 को 25 लाख लोग रामलला के दर्शन करेंगे. उस दिन सरयू में स्नान, फिर हनुमानगढ़ी और राम मंदिर में पूजा पाठ की परंपरा रही है. पिछले साल रामनवमी में 15 लाख लोग आए थे. राम मंदिर के बनने के बाद से औसतन हर दिन डेढ़ से दो लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं. राम नवमी के दिन भगवान रामलला के ‘सूर्य तिलक’ को लेकर भक्तों में जबरदस्त उत्साह है. रामनवमी के दिन दोपहर बारह बजे रामलला का ‘सूर्य तिलक’ होगा. करीब चार मिनट तक भगवान राम के ललाट पर सूर्य की रोशनी जगमग करेगी.
इस अद्भुत पल का साक्षी बनने के लिए भक्तों में बड़ा उत्साह है. उस समय सबको मंदिर में प्रवेश की इजाजत नहीं दी जा सकती है, लेकिन अयोध्या में मौजूद सभी श्रद्धालु इसे देख पाएं. इसके लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के हर मुख्य जगह पर एलईडी स्क्रीन लगाया जाएगा. जिस पर गर्भ गृह में हो रही वादा और आरती की लाइव प्रसारण होगा. रामलला का ‘सूर्य तिलक’ भी लोग एलईडी स्क्रीन पर देख पायेंगे.
जिला प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती भीड़ को कंट्रोल करने की है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अगले ही दिन मंदिर के अंदर और बाहर भगदड़ मच गई थी. हालात संभालने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अयोध्या का दौरा करना पड़ा था. रामलला की एक झलक देखने के लिए भक्तों की भीड़ बेकाबू हो गई थी.
प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या की ये पहली रामनवमी है. इस मौके पर 17 अप्रैल 2024 को बेहतर इंतजाम के लिए शनिवार को लखनऊ में हाई लेवल मीटिंग हुई. यूपी के चीफ़ सेक्रेटरी दुर्गा शंकर मिश्रा और कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार समेत कई सीनियर आईएएस और आईपीएस अफ़सर इस बैठक में शामिल हुए.
मीटिंग का फोकस भीड़ कंट्रोल, ट्रैफिक मैनेजमेंट, पानी का इंतजाम और मेडिकल सुविधा पर रहा. बढ़ती गर्मी को देखते हुए 1523 पीने के पानी का टैप लगाने का फैसला हुआ है.
कहा गया है कि 15 अप्रैल 2024 को दोपहर 2 बजे के बाद से ही अयोध्या के जाने वाली हाईवे पर बड़ी गाड़ियों के चलने पर रोक लग जाएगी. बैठक में फैसला हुआ है कि 16 अप्रैल के बाद किसी भी चार पहिया गाड़ी को अयोध्या शहर में एंट्री नहीं दी जाएगी. लोग सिर्फ पैदल ही चल पायेंगे. जगह जगह सीसीटीवी कैमरे लगातार चौबीस घंटे निगरानी रखी जाएगी.