पत्रकार : चन्द्र शेखर मेहता
प्रतापगढ़. ध्यान मूलं गुरु : मूर्ति, पूजा मूलं गुरुः पदम, मंत्र मूलं गुरुर्वाक्यम, मोक्षमूलं गुरुकृपा “मंत्र की व्याख्या करते हुए, पूजा मूल गुरुदेव के चरण, मंत्र मूल गुरुदेव के वचन और मानव जीवन में मोक्ष का मूल और सुख, शांति, सद्कर्म ईश्वरीय आनंद का मूल सद्गुरु की कृपा है.
कथा मे अपने सदगुरू के मोक्ष- दिवस पर उनकी कृपा का स्मरण करते हुए गुरूदेव की, गुरू नाम की, गुरू की गुरु तत्व की महिमा बताई. कथा के प्रारंभ में श्री हनुमान चालीसा का सामुहिक पाठ हजारों भक्तों से गुरुदेव ने करवाया. कथा में राजावेन की कथा, जड़ भरत की कथा, के बाद कहा-पृथ्वी का पहले नाम धरणी था. फिर राजा पृथु के नाम से पृथ्वी हुआ।
ग्लोबल वार्मिंग की चर्चा करते हुए महर्षि उत्तम स्वामी जी ने कहा - पृथ्वी पर जब पापाचार बढ जाता तो पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रकृति की चेतावनी आ जाती, जो भूकम्प तूफान किसी भी रूप मे होती. जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, मिट्टी के प्रदूषण, सबकुछ...प्रदूषित हो रहा है. तो ये-मानव जाति के पतन का प्रमुख कारण है. इससे सम्पूर्ण मानव जीवन के लिए, जीव-मात्र के लिए पतन और नाश के स्पष्ट संकेत है. इसलिए मानव जाति की रक्षा के लिए मानव मात्र को प्रयास करना ही होगा.
उत्तम स्वामी जी महाराज ने आगे कहा-मनुष्य के हर क्षण के कर्म के ईश्वरीय साक्षी - सूर्य, अग्नि, वायु मरुद्गण, धरती, काल ये सभी साक्षी होते हैं. पाप कमों के लिए 28 प्रकार के नर्क की पीड़ा भोगनी पड़ती. कथा मे हिरण्याक्ष हिरण्यकशिपु भक्त प्रहलाद के प्रसंग में कहा प्रहलाद की तरह देव संस्कारों से युक्त सन्तान प्राप्त करने के लिए भी भागवत मे संस्कार तप बताया है. बाकी आप आधुनिक संतानो को देख ही रहे हो.
आज कथा में समुन्द्र मंथन श्रीराम अवतार के बाद श्री कृष्ण अवतार के प्रसंग सुनाए. आज मुख्य यजमान कमलेश पाटीदार थे. भोजन प्रसादी उत्तम स्वामी गुरू भक्त मंडल प्रतापगढ़ की ओर से की गई. पोथी पूजन यजमानः रामपाल सिंह चुण्डावत और आरती यजमान : देवीलाल मीणा सरपंच झासड़ी रहे, इस अवसर पर श्रीरोकड़िया हनुमानजी मंदिर ट्रस्ट के नए कार्यालय भवन का लोकार्पण गुरूदेव के कर कमलो से किया गया.
कथा मे रामबाबा, कुक्षी, गुरु भक्त मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्वमंत्री तपन भौमिक (भोपाल), हेमंत अत्रिवाल इंदौर, सुनील अग्रवाल, उज्जैन, राष्ट्रीय स्वयंसेवकसंघ के राष्ट्रीय प्रचारक सुरेश सोनी, आदि के साथ ओम प्रकाश ओझा ने गुरूदेव का स्वागत कर आशीर्वाद लिया. विप्र फाउंडेशन के जिला अध्यक्ष गणपतलाल शर्मा भवरलाल व्यास और पदाधिकारी उपस्थित रहे. संचालन प्रकाश व्यास ने किया. ये जानकारी गुरु भक्त मण्डल के चन्द्रशेखर मेहता ने दी.