एप डाउनलोड करें

विश्व प्रसिद्ध प्रो. एवं नेत्र विज्ञान शोधकर्ता जी. वी. एस. मूर्ति "सदगुरू ह्युमानिटेरियान अवार्ड" से सम्मानित

मध्य प्रदेश Published by: Paliwalwani Updated Mon, 16 Oct 2023 11:08 AM
विज्ञापन
विश्व प्रसिद्ध प्रो. एवं नेत्र विज्ञान शोधकर्ता जी. वी. एस. मूर्ति 'सदगुरू ह्युमानिटेरियान अवार्ड' से सम्मानित
Follow Us
विज्ञापन

वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

चित्रकूट : virendrashuklakarwi...

  • विश्व के प्रसिद्ध नेत्र विज्ञान के शोधकर्ता एवं प्रतिष्ठित प्रो.जी वी एस मूर्ति(निदेशक एसएसीडीआईआर ) इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ हैदराबाद एवम् प्रो. लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रापिकल मेडिसिन अपने चित्रकूट के दो दिवसीय दौरे के दौरान संत रणछोड़ दास जी महाराज द्वारा स्थापित श्री सदगुरू सेवा संघ ट्रस्ट जानकी कुण्ड चित्रकूट का भ्रमण कर ट्रस्ट द्वारा संचालित विभिन्न प्रकल्पों का अवलोकन कर ट्रस्ट की सराहना की। श्री सदगुरू सेवा संघ ट्रस्ट के ट्रस्टी एवम् डायरेक्टर डा बी के जैन ने भ्रमण के दौरान उनको फूल पुष्प देकर स्वागत किया।

वहीं मानव सेवा के लिए समर्पित  प्रो.जी वी एस मूर्ति ने नेत्र विज्ञान के क्षेत्र में शोध करके जो काम किया उससे प्रभावित होकर ट्रस्ट ने उनको मानव सेवा अवार्ड का कार्यक्रम आयोजित किया।आयोजन कार्यक्रम में प्रो. जी वी एस मूर्ति ने अपने उद्बोधन में कहा कि मैंने अपनी पहली सेवा सेवा ग्राम मेडिकल कॉलेज में दिया है उन्होंने बताया कि सेवा ग्राम में ही गांधी जी का आश्रम है और हर स्टूडेंट 15 दिन उसी आश्रम में पहले व्यतीत करता है।और उसके बाद दूसरी बार  श्री सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट  में काम किया ये दोनो ही इंस्टीट्यूशन हमे याद दिलाते है की ये ही भारत है।

उन्होंने कहा कि क्वालिटी के लिए हृदय से भावना होनी चाहिए जब ये भावना होती है तभी आप आगे बढ़ सकते हैं हमे ऐसी समस्या को सर्च करना चाहिए जिससे सबको फायदा मिले। चित्रकूट के माडल को सारे देश यूज करते हैं रिसर्च के लिए एक हाथ से ताली नहीं बजती बल्कि इसके लिए दो नही दस हांथों  से मिलकर ताली बजती है अर्थात साथ आ के साथ मिलकर टीम वर्क में काम करना चाहिए।

वहीं ट्रस्ट के ट्रस्टी एवम्  डायरेक्टर डा बी के जैन ने अपने उद्बोधन में कहा कि 1995 में दिल्ली के निर्माण भवन में मेरी और प्रो जी वी एस मूर्ति की पहली मुलाकात हुई थी डा जैन ने कहा कि  हमारी कम्यूनिटी को प्रो. मूर्ति ने ही बढ़ाया है, सेंसियर  हार्ड वर्कर, होनिस्ट के साथ साथ ये एक सोच है हमेशा रिसर्च के बारे में ही सोचते है। डा जैन ने कहा कि आगे बढ़ने के लिए सबको सोच बदलनी पड़ेगी सोच बदली तो देश बदला अगर आप भी सोच बदलेगे तो आप भी आगे बढ़ेंगे। अंत में श्री सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट और सदगुरू परिवार के तरफ से डा बी के जैन उन्हें हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ  स्मृति चिन्ह और मानवता के लिए अंधत्व निवारण मिशन एवम वैश्विक नेत्र विज्ञान पर अमूल्य योगदान के लिए "सदगुरू ह्युमानिटेरियानअवार्ड" से सम्मानित किया इस अवसर पर सदगुरू परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहे।

और पढ़ें...
विज्ञापन
Next