शहडोल :
बताते चलें कि यह प्रकरण दलित महिला खुशबू वर्मा पिता सुरेन्द्र कुमार वर्मा निवासी जोडौरी,थाना बैकुंठपुर जिला रीवा की शिकायत पर दर्ज किया गया है. शिकायतकर्ता का आरोप है कि वह ग्राम खुशरवाह तहसील व थाना जयसिंहनगर में स्टेट हाईवे से लगे बीपीसीएल पेट्रोल पंप की असली मालिक व डीलर है. कम्पनी द्वारा पंप एलॉट होने पर खुशबू ने अपने परिचित आईएएस अधिकारी अमरपाल सिंह निवासी शहडोल से इस बारे में चर्चा की वहीं,सत्ता पक्ष से जुडी बीजेपी की पूर्व विधायक के पति पर मामला दर्ज होने से विरोधियों के अलावा अपने दल के लोगों को भी उन पर निशाना साधने का मौका मिल गया है. इसे लेकर शहडोल जिले की राजनीति भी गरमाई है.
अमरपाल सिंह ने कहा कि जयसिंहनगर क्षेत्र से उनकी पत्नी विधायक थी तथा वे शहडोल के ही निवासी हैं. अत: पेट्रोल पम्प का निर्माण अपने आदमी से करा देंगे. ऐसा कह कर अमरपाल सिंह ने फरियादी खुशबू से पैसे ले लिए. जिसके बाद उन्होंने पेट्रोल पंप निर्माण का कार्य अपने परिचित तरुणेन्द्र शर्मा नामक व्यक्ति को दे दिया गया. खुशबू वर्मा का आरोप है कि अब तरुणेंद्र शर्मा द्वारा आईएएस अमरपाल सिंह के साथ मिलकर नसिर्फ उसके पंप पर कब्जा कर लिया गया है. इतना ही नहीं उसके नाम पर लाखों का पेट्रोल कंपनी से लेकर व्यापार किया जा रहा है.
शिकायतकर्ता खुशबू वर्मा ने आरोप लगाया है कि पेट्रोल पंप वापस मांगने पर आरोपी उसे धमकियां दे रहे हैं. एडिशनल एसपी मुकेश वैश्य ने बताया कि खुशबू वर्मा की शिकायत पर जांच के उपरांत पुलिस ने अमरपाल सिंह तथा तरूणेन्द्र शर्मा निवासी शहडोल के विरूद्ध धारा 419, 420, 467, 468, 471, 406, 120 बी का अपराध पंजीबद्ध कर लिया है.
गौरतलब है कि आईएएस अमरपाल सिंह जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की पूर्व विधायक प्रमिला सिंह के पति हैं. प्रमिला सिंह ने वर्ष 2019 में कांग्रेस की टिकट पर शहडोल लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था. चुनाव हारने के बाद उन्होंने एक बार फिर बीजेपी का दामन थाम लिया. कहा जा रहा है कि इस बार भी वे जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की ओर से टिकट की दावेदार हैं.