इंदौर. हाई वे योजना भेरूघाट की पहली टनल से निकलते ही दो पहाडों को जोडऩे के लिए वायडक्ट ब्रिज बनाया जा रहा है। यह सबसे बड़ा ब्रिज है और इसकी ऊंचाई 32 व लंबाई 510 मीटर है।
इंदौर-खंडवा रोड पर पहाड़ों के बीच एनएचएआइ (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) 6 लेन सड़क बना रहा है। इस रोड पर ऑटोमेटिक सिस्टम से लैस तीन टनल का निर्माण जारी है। 23 छोटे-बड़े ब्रिज भी तैयार हो रहे हैं। इनमें से 5 ब्रिज जिले में सबसे ऊंचे हैं। 32 मीटर के ब्रिज दो पहाडिय़ों को जोड़ेंगे। एक ब्रिज तो टनल से निकलते ही शुरू होगा, जिससे सफर सुहाना होगा। यह ब्रिज नर्मदा नदी पर बने पुल से भी ऊंचा है।
इंदौर-एदलाबाद रोड का निर्माण एनएचएआइ कर रहा है। इसमें तेजाजी नगर से बलवाड़ा तक का हिस्सा खास है, क्योंकि इस हिस्से में घाट और घुमावदार मोड़ होने से आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। 6 लेन सड़क में एक भी ब्लैक स्पॉट नहीं होगा। इसके लिए 3 टनल बनाई जा रही है।
एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमेश बांझल ने बताया कि भेरूघाट की पहली टनल से निकलते ही दो पहाडों को जोडऩे के लिए वायडक्ट ब्रिज बनाया जा रहा है। यह सबसे बड़ा ब्रिज है और इसकी ऊंचाई 32 व लंबाई 510 मीटर है। टनल से निकलते ही ब्रिज से सफर प्राकृतिक आनंद भी देगा। इसके अलावा 4 ब्रिज भेरूघाट और चोरल में बनाए जा रहे हैं, जिनकी हाइट 32 मीटर है। टनल के साथ ब्रिज का काम तेजी से चल रहा है। करीब 50 प्रतिशत निर्माण हो चुका है।