लंदन। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी, 2017 (ICC Champions Trophy) के फाइनल में टीम इंडिया को पाकिस्तान ने उम्मीद के विपरीत 180 रन से करारी मात देते हुए पहली बार इस खिताब पर कब्जा कर लिया। पाकिस्तान की ओर से रखे गए 339 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया की पारी 30.3 ओवर में 158 रन बनाकर सिमट गई। हार्दिक पांड्या ने 76 रन (43 गेंद, 4 चैके, 6 छक्के) की तूफानी पारी खेली और सम्मान बचाने की कोशिश की। उन्होंने 32 गेंदों में फिफ्टी पूरी की। पाकिस्तान ने पहले बैटिंग करते हुए 50 ओवर में 4 विकेट पर 338 रन बनाए थे। जिसमें फखर जमां के 114 रन (106 गेंद, 12 चैके, 3 छक्के) का अहम योगदान रहा। गेंदबाजी में पाक की ओर से मोहम्मद आमिर और हसन अली के खाते में तीन-तीन विकेट गए। तो शादाब खान ने दो विकेट और जुनैद खान ने एक विकेट लिया। भारत का एक बल्लेबाज (हार्दिक पांड्या) रनआउट हुआ।
इंडिया ने पहला विकेट शून्य पर ही खो दिया। रोहित शर्मा पारी की तीसरी ही गेंद पर चलते बने। फिर विराट कोहली भी पांच रन पर लौट गए। कोहली को जीवनदान भी मिला। लेकिन वह फायदा नहीं उठा पाए। टीम इंडिया ने छह रन तक में दो विकेट खो दिए. फिर 33 रन पर तीसरा विकेट (शिखर धवन- 21 रन) भी गिर गया. युवराज सिंह ने 22 रन बनाए।
पाकिस्तान को शुरुआत से ही किस्मत का साथ मिला. कई बार उनके बल्लेबाज रनआउट होने से बचे। फखर जमां तो कैच आउट हो गए थे, लेकिन नोबॉल हो गई। इसके बाद तो उन्होंने शतक बनाकर ही दम लिया। फखर के बल्ले से 106 गेंदों में 114 रन (106 गेंद, 12 चैके, 3 छक्के) निकले. उन्होंने 92 गेंदों में करियर का पहला शतक बनाया. फखर को चैथे ओवर की पहली गेंद पर जसप्रीत बुमराह ने आउट कर दिया था, लेकिन नोबॉल हो गई और उन्होंने इसका भरपूर फायदा उठाया.अजहर अली 71 गेंदों में 59 रन (6 चैके, 1 छक्का) बनाकर रनआउट हुए. उन्होंने फखर के साथ पहले विकेट के लिए 128 रन जोड़े, वहीं फखर ने दूसरे विकेट के लिए बाबर आजम के साथ 72 रनों की साझेदारी की. बाबर आजम ने 46 रन (52 गेंद) बनाए. मोहम्मद हफीज (57 रन, 37 गेंद) और इमाद वसीम (25) नाबाद रहे. दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 71 रनों की नाबाद साझेदारी की पाकिस्तान से हारा भारत
टीम इंडिया ने मैदान पर उतरते ही सबसे ज्यादा बार चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट का फाइनल खेलने का रिकॉर्ड बना लिया है. उसके बाद वेस्टइंडीज की टीम है, जिसने तीन बार खिताबी मैच खेले हैं. पिछले 6 साल के दौरान भारत ने चौथी बार किसी आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई है. भारत-पाकिस्तान की बात करें, तो ऐसा नहीं है कि दोनों पहली बार आईसीसी टूर्नामेंट का कोई फाइनल खेलने जा रही हैं. इससे पहले दोनों ही टीमें साल 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में भिड़ीं थीं, जिसमें टीम इंडिया ने बाजी मार ली थी.