sunil paliwal-Anil Bagora
भोपाल. दीपावली के मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सरकारी कर्मचारियों को बड़ी खुशखबरी दी है. उन्होंने घोषणा की है कि दीपावली के अगले दिन यानी गोवर्धन पूजा के दिन भी सरकारी अवकाश रहेगा.
मध्य प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों, अधिकारियों के लिए ऐसे मौके कभी कभार ही आते हैं. जब सरकारी अमले को लगातार 4 दिनों की छुट्टी की घोषणा की गई हैं. मध्यप्रदेश सरकार ने अवकाशों के आदेश भी जारी कर दिए हैं. इस दौरान प्रदेश के सभी ऑफिस बंद रहेंगे. लगातार 4 दिनों तक सरकारी कार्यालय बंद रहने की खबर फैलने के बाद महत्वपूर्ण काम निपटाने के लिए लगातार ऑफिसों में भीड़ बढ़ रही हैं.
मध्यप्रदेश में दिवाली जैसे महापर्व पर सरकारी अमले को लगातार 4 दिनों की छुट्टी मिल गई है. मध्य प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों अधिकारियों को दिवाली पर 31 अक्टूबर 2024 से लेकर 3 नवंबर 2024 तक की छुट्टी मिलेगी. कर्मचारियों-अधिकारियों पर प्रदेश सरकार ऐसी मेहरबान हुई कि दीपोत्सव का जश्न मनाने का भरपूर मौका दे दिया.
मध्यप्रदेश में 31 अक्टूबर 2024 को दिवाली का अवकाश घोषित किया गया था. लेकिन 1 नवंबर को कर्मचारियों-अधिकारियों को कार्यालय जाना था. इस बीच प्रदेश मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा के दिन भी 1 नवंबर 2024 को अवकाश की घोषणा कर दी. सीएम की इस घोषणा के बाद कर्मचारियों अधिकारियों को लगातार 4 दिन के अवकाश की सौगात मिल गई.
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार दिवाली पर 31 अक्टूबर से लेकर 3 नवंबर तक लगातार 4 दिनों का अवकाश मिलेगा. इस दौरान सरकारी ऑफिस बंद रहेंगे. 31 अक्टूबर को दिवाली की छुट्टी रहेगी, जबकि 1 नवंबर को गोवर्धन पूजा का अवकाश रहेगा, 2 नवंबर को शनिवार की छुट्टी रहेगी और 3 नवंबर को रविवार की छुट्टी रहेगी. इस प्रकार लगातार 4 दिनों की छुट्टियां रहेंगी.
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सभी सरकारी कर्मचारी अधिकारी अपने परिवार के साथ दीपोत्सव मनाए. राज्य सरकार ने इसके लिए 28 अक्टूबर को ही वेतन देने की भी विशेष व्यवस्था की है. इस बार प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की ओर से यादगार दिवाली मनाई जाएगी.
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा भोपाल में प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान की. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि 'हमारे भारत की पहचान पशुपालन से भी है. हमारे यहां दूध और दही की नदियां बहती थी. गांव का निचला तबका भी गोवर्धन पूजा बड़े उत्साह से मनाता है. हमारे त्योहारों को पुनर्स्थापित करने की जरूरत है.