Wednesday, 02 Oct 2024
शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ 3 अक्टूबर दिन गुरुवार से हो रहा है. इस दिन अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि होगी. शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ इंद्र योग और हस्त नक्षत्र में हो रहा है.
शारदीय नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाएगी. इसके लिए दो शुभ मुहूर्त मिल रहे हैं.
अश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ: 2 अक्टूबर, बुधवार, देर रात 12:18 बजे से अश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि का समापन: 4 अक्टूबर, गुरुवार, तड़के 02:58 बजे
3 अक्टूबर को सुबह में कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 6:15 बजे से शुरू है, जो सुबह 7:22 बजे तक है. सुबह में घटस्थापना का शुभ समय 1 घंटा 6 मिनट है. वहीं दोपहर में कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 11:46 बजे से दोपहर 12:33 बजे तक है.
शारदीय नवरात्रि के पहले दिन इन्द्र योग बन रहा है. यह 3 अक्टूबर को तड़के 3:23 बजे से शुरू होगा और यह 4 अक्टूबर को तड़के 04:24 बजे खत्म होगा. नवरात्रि के प्रारंभ वाले दिन हस्त नक्षत्र प्रात:काल से लेकर दोपहर 3:32 बजे तक है. उसके बाद से चित्रा नक्षत्र है.
ब्रह्म मुहूर्त: 04:38 बजे से 05:27 बजे तक अमृत काल: 08:45 बजे से 10:33 बजे तक अभिजीत मुहूर्त: 11:46 बजे से दोपहर 12:33 बजे तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:08 बजे से 02:55 बजे तक निशिता मुहूर्त: रात 11:46 बजे से देर रात 12:34 बजे तक
शुभ-उत्तम मुहूर्त: सुबह 06:15 बजे से 07:44 बजे तक चर-सामान्य मुहूर्त: सुबह 10:41 बजे से 12:10 बजे तक लाभ-उन्नति मुहूर्त: दोपहर 12:10 बजे से 01:38 बजे तक
अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त: दोपहर 01:38 बजे से 03:07 बजे तक शुभ-उत्तम मुहूर्त: शाम 04:36 बजे से 06:04 बजे तक
नवरात्रि में कलश स्थापना करते समय रखें इन बातों का ध्यान